अब बंगाल को भाजपा दिलाएगी न्याय


जय श्री राम सुनकर सडक़ पर दौडऩे लगती हैं ममता बनर्जी!

पश्चिम बंगाल की आरामबाग लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में मतदान होना था। जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यहां रैली करने जा रहीं थीं, तभी रास्ते में भाजपा कार्यकर्ताओं की तरफ से जय श्री राम के नारे लगने लगे। इससे नाराज हो कर ममता बनर्जी ने अपना काफिला रुकवाया और गाड़ी से उतर कर लोगों पर भडक़ उठीं। उनके बाहर आते ही नारे लगाने वाले लोग इधर-उधर भागने लगे। गुस्से से आग-बबूला ममता बनर्जी ने वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं पर गाली देने का आरोप लगाया और चुनौती देते हुए कहने लगीं कि भाग क्यों रहे हो, अब लगाओ नारे। ममता ने इसके लिए सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि भाजपा जानबूझ कर ऐसे लोगों को हमारे साथ गलत व्यवहार करने के लिए भेजती है। इसके बाद से ममता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल होने लगा। भाजपा की बंगाल यूनिट ने भी इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि -दीदी, जय श्री राम के नारों से इतना नाराज क्यों हैं और इन नारों को गाली क्यों बता रही हैं। यहां बता देना जरूरी है कि मिदनापुर के अंदर्गत आने वाला यह इलाका तृणमूल कांग्रेस का सबसे मजबूत गढ़ माना जाता था। 

इसके जवाब में पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनावों में जीत से गदगद भाजपा ने तृणमूल नेता और पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दस लाख पोस्टकार्ड भेजने का निर्णय लिया। हर पोस्टकार्ड पर ‘जय श्री राम’ लिखा होगा। 

 उधर तृणमूल ने आरोप लगाया कि भाजपा माहौल खराब करने के लिए उन जगहों पर नारेबाजी करवाती है, जहां तृणमूल कार्यकर्ता बैठक कर रहे होते हैं। यह क्षेत्र की शांति के लिए हानिकारक है।

बात यहीं खत्म नहीं हुई, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा कि ‘जय सिया राम, जय रामजी की, राम नाम सत्य है’ आदि के धाॢमक और सामाजिक निहितार्थ हैं। लेकिन भाजपा धाॢमक नारे को अपनी पार्टी के नारे के तौर पर इस्तेमाल कर धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है।  हम दूसरों पर इस तरह जबरन धार्मिक उन्माद थोपे जाने का समर्थन नहीं करते। भाजपा की ओर से नफरत की विचारधारा के प्रचार-प्रसार का प्रयास किया जा रहा है, जिसका विरोध किया जाना चाहिए। 

भाजपा ने दावा किया कि बंगाल में राजनीतिक ङ्क्षहसा के चलते उसके 54 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। इस दावे को ममता ने झूठा बताया। इस जुबानी जंग के बीच बर्धमान जिले में भाजपा का एक कार्यकर्ता मृत अवस्था में मिला। इस बार भी कार्यकर्ता की हत्या के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ बताया गया। दरअसल सुशील मंडल (50) मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को मनाने के लिए भाजपा के झंडे लगा रहा था। इसी दौरान उन पर हमला किया गया और चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी गई।

वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल के जिन भाजपा कार्यकर्ताओं की कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने हत्या कर दी थी उनके परिजन नौकरी व न्याय का इंतजार कर रहे हैं। दिल्ली में मंदिर मार्ग पर कालीबाड़ी गेस्ट हाउस में पश्चिम बंगाल के 32 भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्य रह रहे हैं जिनकी पिछले दो वर्षों मेें कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने हत्या कर दी थी।

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