यूपी में बदलेगी किसानी

केंद्र और राज्य दोनों उत्तर प्रदेश में सरकारी किसानों को सुविधा देने के लिए संकल्पित है ।301 सोलर पंप कुसुम योजना के तहत दिए जाने की योजना है ।इससे किसानों को बिजली के खर्च कम किए जाएंगे ।हमें प्राकृतिक खेती करनी होगी प्राकृतिक नस्ल के गोवंश को बढ़ाना होगा और गोवंश के माध्यम से ही खेती करनी होगी। यह वर्तमान और भविष्य को बचाने का अभियान है ,जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में 2021 में शुरू किया था ।इस कड़ी में बुंदेलखंड के 7 जिलों को 235 क्लस्टर बनाकर कार्य किया जा रहा है गंगा किनारे खेती की जा रही है राज्य कृषि विश्व विद्यालय स्तर पर इस कार्य को बढ़ाने का काम हो रहा है तथा 79 कृषि विज्ञान केदो में सर्टिफिकेशन का काम चल रहा है।

ड्रोन से होगा कीटनाशक का छिड़काव

प्रदेश में खेती आधुनिकता की राह पर चल चुकी है। अब यह खेती में ड्रोन का प्रयोग की शुरुआत बताती है सरकारी कृषि उत्पादक संगठन व कृषि स्नातकों को 40 से 50% अनुदान पर ड्रोन उपलब्ध कराएगी ।केंद्र सरकार की तरफ से उत्तर प्रदेश सरकार को कल 32 दो उपलब्ध कराए जा रहे हैं इसमें से चार कृषि विश्वविद्यालय को 10 कृषि विज्ञान केदो को और बाकी 18 आईसीएआर आर को मिलेंगे ड्रोन के जरिए किस एक एकड़ खेत में कीटनाशक वाटर 7 युवान जो की पानी में घुलनशील होता उर्वरकों एवं पोषक तत्वों का सिर्फ 7 मिनट में छिड़काव कर सकते हैं ।इससे समय एवं संसाधन तो बचेगा ही संबंधित व्यक्ति को मैन्युअल छिड़काव के कारण जहरीले रसायनों के खतरे से छुटकारा भी मिलेगा।

पहाड़ी छिड़काव के लाभ

विशेषज्ञों के अनुसार पहाड़ी छिड़कावके और भी लाभ है अगर यह ऊपर से हो तब तो और ज्यादा लाभ मिलता है ऊपर से किए गए छिड़काव से खेत समान रूप से संतृप्त होता है जो दवा का भी छिड़काव किया जाता है वह पौधों की पत्तियों के जरिए ऊपर से नीचे तक जाती है इसका असर भी बेहतर होता है। घुलनशील खाद एवं पोषक तत्व भी अलग-अलग अनुपात में एक-एक किलो के पैकेट में उपलब्ध है। नैनो यूरिया भी उपलब्ध है परंपरागत रूप से खेतों में किशन जी खाद का छिड़काव करते हैं उसका 15 से 40% फसल को प्राप्त होता है जबकि पानी के साथ छिड़काव किया जाने वाले उर्वरक करीब 90% तक फसल प्राप्त होती है इससे फसल की ग्रोथ बेहतर होती है और उपज भी अच्छी होती है।

श्रम समय और लागत में कमी

श्रम समय और लागत में कमी के साथ ही अच्छी उपस्थित किसानों की आय बढ़ जाती है या परंपरागत खाद के छिड़काव में लगने वाली लागत की तुलना में अपेक्षाकृत सस्ता भी है समिति संख्या में ही सही उत्तर प्रदेश के किस शीघ्र ही अपनी खेती बाड़ी में ड्रोन का उपयोग कर सकेंगे। इसके अलावा प्रदेश सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है इसके लिए कृषि विज्ञान केदो को बड़ा माध्यम बनाया गया है यह किस केंद्र किसने की लागत कम करने और उनकी आमदनी बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं कृषि विज्ञान केंद्र अपने क्षेत्र के किसानों के साथ-साथ संवाद बनाकर उन्हें कृषि की आधुनिक तकनीक कृषि यंत्रों में उन्नत बीच की जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं कृषि विज्ञान केंद्र में अपने क्षेत्र के किसानों को को आधारित प्राकृतिक खेती के पृथ्वी जागरुक कर रहे हैं इसके लाभ और उनसे होने वाली आय के बारे में अवगत कराया जा रहा है प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हाईटेक नर्सरी की स्थापना का कार्य जारी है।

Leave a Reply