- गोमूत्र एक महाऔषधि है|
- गोमूत्र को जीवन का जल या अमृता (अमरत्व के पेय ) के रूप में वर्णित किया गया है , जो भगवान का अमृत है | इसे गंगा की उपमा से वर्णित किया गया है |
- गोमूत्र की रासायनिक संरचना 1 लीटर में –
पानी 95%
यूरिया 2.5 %
खनिज लवण, हार्मोन ,एंजाइम – 2.5 %
इसका पीएच मौसमी विविधताओं के साथ 7.4 से 8.4 के बीच होता है | यूरिया नाइट्रोजन 23 मिली और कुल नाइट्रोजन 28 मिली |
अन्य रासायनिक घटक –
अमोनिया 1 – 1.7 मिलीलीटर / किलोग्राम
ऑलेनटाइन 20 – 60 मिलीलीटर / किग्रा
कैल्शियम 0.1 – 1.4 मिलीलीटर
क्लोराइड 0.1 – 1.1 मिलीलीटर
क्रिएटनिन 15 – 20 मिलीग्राम / किग्रा
मैग्नीशियम 3.7 – मिलीग्राम/किग्रा
पोटेशियम 0.08 – 0.15 मिलीग्राम
सोडियम 0.2 – 11 मिलीग्राम
सल्फेट 3 – 5 मिलीग्राम
यूरिक एसिड 1 – 4 मिली
ल्यूकोसाइट 15 – माइक्रोन
स्वस्थ गायों के मूत्र में प्रोटीन ग्लूकोस हीमोग्लोबिन नहीं होता है |
इसमें पाए जाने वाले एंजाइम-
- लैक्टेट दिह्यड्रोजनास 21. 780 यूनिट/लेफ्टिनंट
- क्षारीय फोस्फोटेज 110. 110 केए यूनिट
- एसिड फोस्फोटेज 450. 620 इकाई
- ईमाइलेज 90. 236 इकाई
- विटामिन सी 216. 408 मिग्रा/लेफ्टनंट
- विट – बी 1 444. 125 माइक्रोग्राम / ली
- विट – बी 2 0. 6339 mg / लेफ्टनंट
- प्रोटीन 0. 1037 ग्राम / लेफ्टिनेन्ट
- यूरिक एसिड 135 . 028 mg / लेफ्टनंट
- क्रिएटनीन 0. 9970 ग्राम / लेफ्टनंट
- लैक्टेट 3. 7830 मिलीमोल / लेफ्टनंट
- फिनोल 4. 7580 mg / 100 मिली
- मुक्त वाष्प सील फिनोल 4.7580 मिलीमोल/100 मिलीलीटर
- योगिक वाष्पशील फिनोल 0.7130 मिलीग्राम प्रति 100 मिली
- सुगंधित हाइड्रोक्सी एसिड 2.7030 mg /100 मिली
- कैल्शियम 5.735 मिलीमोल / लेफ्टनंट
- फास्फोरस 0.485 मिलीमोल / लेफ्टनंट
- गोमूत्र एंटीसेप्टिक – रोगाणु विरोधी , कड़क , कसैला , तीक्ष्ण और उष्ण होने के साथ एंटीफंगल(कवकरोधी), एंटीपार्टिकल (ज्वरनाशी) , एंटीबायोटिक (प्रतिजीवाणु) है|
- त्रिदोष नाशक शीघ्र पचने वाला है |
- आज बाजार में बोतलों में जो गोमूत्र मिलता है उसकी प्रक्रिया जब करते हैं तो उसमें स्थित अमोनिया निकाला जाता है |
- गोमूत्र में यूरो क्रम यह घटक होने के कारण उसका रंग पीला दिखता है | यह विम्लधर्मीय है , इसकी घनता 1.030 से 1.045 होती है |
- गोमूत्र में फिनाल, पराक्रिसालम , कटेकाल।, एससीनाल हेलोजनेट यह घटक विषाणु नाशक व कीट विरोधी होता है |
- गोमूत्र में कार्बोलिक एसिड होने के कारण यह कीटकनाशक होता है |
- गोमूत्र का सीमित सेवन मानव जीवन के लिए लाभदाई होता है क्योंकि इसमें उपलब्ध –
. यूरिया महत्वपूर्ण जीवाणु विरोधी तत्व
. लोहा लाल रक्त पेशियों की संख्या में मददगार
. यूरिक एसिड यह भी जीवाणु विरोधी तत्व होने के साथ साथ इसमें
कैंसर रोधी तत्व पाया जाता है |
. यूरोकिनस रक्त के रक्ताभिसरण में मदद करता है और खून के
थक्के जमने से रोकता है |
. पानी शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और रक्त के
द्रव को बरकरार रखता है |
. एपीथिलियम नई पेशी पैदा करने में सहायक होता है |
. थेटप्रोटीन लाल रक्त पेशिका उत्पादन हेतु प्रवृत्त करता है | . तांबा अतिरिक्त चर्बी जमा होने से बचाने में मदद करता है|
. नाइट्रोजन मूत्र पिंड का कार्य सुचारू रूप से चले इसमें सहायक
होता है |
. हिप्यूरिक अम्ल यह मूत्र के द्वारा दूषित पदार्थों का निष्कासन करता है| . सल्फर रक्त शुद्धीकरण में उपयोगी है|
. सोडियम रक्त शुद्धीकरण और अम्ल स्थिरता रखने में सहायक है
एवं तंत्र शक्ति के नियमन में मददगार है|
. कॉलोनी उत्तेजक कोशिका विभाजन और गुणन के लिए प्रभावी |
. ओरम हाइड्रॉक्साइड जीवाणु रोधी , प्रतिरक्षा प्रणाली को मददगार |
. पोटैशियम क्षुधा वर्धक, रक्तचाप नियामक |
. मैग्नीशियम एवं कैल्शियम हृदय गति के नियमन करने में उपयोगी होते हैं और
हड्डियां मजबूत बनाते हैं |
- गोमूत्र में एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनोमोड्यूलेटरी प्रभावी रहता है | विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि गोमूत्र दवा के रूप में जीवाणु , विषाणु के खिलाफ प्रयोग करना बहुत प्रभावी रहता है |
- गोमूत्र एक बहुआयामी दवा है क्योंकि इसमें एंटीकैंसरस, रोगाणुनिरोधी, anti-diabetic, एंटीयुरोलिथेटिक , एंटीसाइकोटिक आदि रूप में प्रयोग सिद्ध हुआ है |
- गोमूत्र को अब फिनायल की जगह घर की सफाई में प्रयोग करने पर भी विचार एवं अमल किया जा रहा है| इससे घर की सफाई करने में मदद रहती है |
- आयुर्वेद के अनुसार शरीर में वात पित्त कफ के असंतुलन से करीब 148 रोग पैदा होते हैं | गोमूत्र के नियमित सेवन से वात पित्त कफ की समता बनाए रखने में मदद मिलती है|
- देसी गाय के स्वस्थ बछड़ी का गोमूत्र ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक और औषधि युक्त माना जाता है |
- गोमूत्र कृषि में उपयोग और औषधि प्रयोग के रूप में मानव जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण है |
- आयुर्वेद में गोमूत्र को अमृत सदृश्य माना गया है |
- दुनिया में गोमूत्र के 7 पेटेंट हुए हैं जिसमें चार अमेरिका में और तीन भारत के नाम हैं | अमेरिका गोमूत्र से कैंसर की दवा बना रहा है|
….क्रमशः