अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की दूरी चीन के वुहान से करीब 12000 किलोमीटर है| जहां अमेरिका में अब तक करीब 60000 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गई|
इंग्लैंड का लंदन शहर वुहान से करीब 8850 किलोमीटर की दूरी पर है वहीँ पुरे इंग्लैंड में कोरोना से करीब 31000 लोगों की मौत हुई है|
इटली की राजधानी रोम वुहान से 4690 किलोमीटर दूर स्थित है । उस इटली में 30500 लोगों की मौत कोरोना के कारण हुई है|
फ्रांस की राजधानी पेरिस वुहान शहर से 8900 किलोमीटर दूर है पूरे फ्रांस में 26300 लोगों की मौत इस महामारी से हो चुकी है|
भारत की राजधानी दिल्ली चीन के वुहान शहर से 3500 किलोमीटर दूर है और अब तक देश में 2210 लोगों की कोरोना के चलते मौत हो चुकी है|
वियतनाम की राजधानी हनोई चीन के वुहान शहर से 1350 किलोमीटर दूर है| लगभग साढ़े नौ करोड़ की आबादी वाले इस देश की करीब 1300 किलोमीटर की सीमा चीन से सटी हुई है और आज तक इस देश में कोरोना के कारण एक भी मौत नहीं हुई है|
अभी तक वियतनाम में 288 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 225 लोग स्वस्थ हो चुके हैं| 24 जनवरी को वियतनाम में एक महिला के रूप में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया था और भारत में 30 जनवरी को केरल राज्य में रोना वायरस का पहला केस दर्ज हुआ था |
वियतनाम की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है_ पूरे देश में वेंटिलेटर (स्वसन यंत्र) की संख्या कुल 1100 है | उनके पास बड़े पैमाने पर लोगों की टेस्टिंग के लिए किट भी पर्याप्त नहीं है| देश का स्वास्थ्य व्यवस्थातंत्र कमजोर और सीमित है| वियतनाम विकसित देश नहीं है, सरकार की आर्थिक स्थिति भी मजबूत नहीं है | वियतनाम में प्रति 10000 व्यक्ति पर मात्र 8 डॉक्टर उपलब्ध हैं |
कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए दवाओं और तकनीकी पर निर्भर रहने के बजाय वियतनाम ने देश के प्रशासन तंत्र, सेना और वालंटियर को निगरानी में तैनात कर दिया| यहां पुलिस, सैनिक दल के कार्यकर्ता हर गांव, हर गली, हर चौराहे में मौजूद रहते हैं | पड़ोसी के कोरोना की जानकारी देने की लोगों को अपील की गई | क्वॉरेंटाइन की कठोर नीति अपनाई गई| और हर उस शख्स को अलग-थलग करना शुरू कर दिया गया जो वायरस के संपर्क में आया हो |
वियतनाम कोरोना से लड़ाई को एक तरह से जंग का नाम दे रहा है, उनके प्रधानमंत्री ने कहा “हर कारोबार, हर नागरिक, हर घर को महामारी से लड़ने के लिए दुर्ग / किला बनना होगा” इस नारे ने हर नागरिक को इस लड़ाई से सीधा जोड़ दिया है और जनता भी इसके खिलाफ एक साथ खड़े होकर कठिन दौर से लड़ने की क्षमता पर सम्मान का अनुभव कर रही है|
आपको स्मरण हो अमेरिका का वियतनाम से लगभग दो दशक तक युद्ध चला | जनवरी 1973 को समाप्त हुए उस युद्ध में अमेरिका के करीब 58000 सैनिक मारे गए और अंत में लंबा चला यह युद्ध वियतनाम ने जीता |
सारा वियतनाम ‘महामारी से जंग’ को ‘दुश्मन से जंग’ समझकर उससे उसी रूप में लड़ रहा है | इसी कारण अभी तक एक भी मौत कोरोना के कारण इस देश में नहीं हुई है | हम सबको इससे सीख लेने की आवश्यकता है|