कुछ दिनों पहले एक एलाइंस बना ,लोगों में यह बात फैलाई गई कि यह वह गठबंधन है जो एनडीए को मात देगा लेकिन समय के साथ कई सवाल उठ कर खड़े हो गए, इसका जवाब इनसे लेना जरूरी है।
जैसे यूपी से सरकार चले जाने के बाद अखिलेश यादव ने सैफई महोत्सव क्यों नहीं मनाया ? बसपा सरकार के जाने के बाद मायावती के जन्मदिन पर उसे हीरे, ताज, नोटों से क्यों नहीं तोला गया ? यूपी में योगी जी के सीएम बनने के बाद कोई अब अतीक अहमद, आजम खान, मुख्तार अंसारी जैसा बाहुबली क्यों नहीं पैदा हुआ है ? भाजपा के आने के बाद पी चिदंबरम अपने बंगले के गमलों में 6 करोड़ की गोभी क्यों नहीं उगा पा रहा है ?
कुछ सवाल और भी हैं आजकल सुप्रिया सुले अपनी दस एकड़ जमीन में 670 करोड़ की फसल क्यों नहीं उगा पाती है ? हरियाणा में कांग्रेस की सरकार चले जाने के बाद रोबर्ट वाड्रा ने वहाँ कोई जमीन क्यों नहीं ली ? कांग्रेस सरकार जाने के बाद मुंबई में फिर कोई हाजी़ मस्तान, करीम लाला, दाऊद इब्राहिम पैदा क्यों नहीं हुआ ? ‘यस बैंक’ के मालिक राणा कपूर को ढाई करोड़ की पेंटिंग बेचने के बाद प्रियंका गांधी ने फिर कोई पेंटिंग क्यों नहीं बेची ?ए. के. एंटनी ने अपनी पत्नी के हाथ की पेंटिंग सरकार को 28 करोड़ में बेचने के बाद अपनी पत्नी से फिर से कोई पेंटिंग क्यों नहीं बनवायी ?
अब बात आती है कि यह नया मोर्चा इंडिया करेगा क्या, जहां तक अपनी हमारी समझ में आता है कि इसका एकमात्र काम देश की चल रही सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करना है और उसमें यह पिछले कई सालों से परेशान हैं लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है ।आज देश में एनडीए की सरकार है , इस सदमे से अभी तक यह नया गठबंधन नहीं उबर पाया है ।आने वाले समय में इस गठबंधन की सबसे बड़ी समस्या यही होगी कि कैसे एकजुट होकर के इनको रोका जाए।सरकार भले न बन पाए लेकिन सीट तो कम कराई जाए क्योंकि जिस तरह से सीट बढ़ रही है उसे देखकर यह लगता है कि आने वाले समय में अन्य पार्टियों को कोई सीट मिलेगी ही नहीं।
फिलहाल देश तरक्की की राह पर जा रहा है विश्व में उसकी एक मर्यादा बन रही है और सबसे बड़ी बात यह है कि विश्व मान रहा है कि भारत एक बड़ी शक्ति के रूप में आने वाले दिनों में रहेगा इसलिए उससे व्यवहार बनाकर रखने की जरूरत है ना कि बिगाड़ने की ।भाजपा की सरकार चल रही है वह ऐतिहासिक सरकार है और उसने अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। देश का महान बढ़ाया है और जनता ने भी उसे पसंद किया है ।वह अन्य सरकारों की तरह तुष्टिकरण की नीति पर नहीं चली, देश उसके लिए सर्वोपरि है और देश में रहने वाले लोग उसके लिए किसी भगवान से कम नहीं है उसने बेहतर सुविधाएं दी हैं। लोगों को अच्छा जीवन देने की कोशिश की है जो अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है।