राहुल गांधी के लिये नयी दिक्कत

गृहमंत्रालय ने राहुल को नोटिस क्यों भेजा, जबकि सब जानते हैं वह भारतीय नागरिक है। तो फिर यह खेल क्यों खेला है मोदी जी ने?किस कारण से मोदी जी ने यह छक्का मारा?प्रथम तो यह समझना जरूरी है कि यह पूरा खेल राहुल की नागरिकता को ले कर है ही नहीं! समझ नहीं आया ना? यह सारा खेल है राहुल गांधी की देश के बाहर रही सम्पत्ति के विषय में। कैसे आए जानते हैं।

1) राहुल की नागरिकता केवल बाहरी दिखावा है या कहो नाटक है, क्योंकि अगर राहुल गृहमंत्रालय को प्रमाणित करता है कि वह भारतीय नागरिक है तो सवाल यह उठेगा ब्रिटेन वाला कौन है, जिसकी प्रॉपर्टी और पैसे हैं ?
2) इससे राहुल को जवाब देना पड़ेगा कि वह तो वहां पर बिजनेस करने के लिए वहां पर झूठ चलाया, यहां भारत में नहीं। इससे दो बातें सामने आयेगी। प्रथम तो यह कि वह वहां पर प्रॉपर्टी कैसे ले सकता है, क्योंकि भारत के कानून के तहत अगर आपको किसी भी देश में प्रॉपर्टी लेनी हो तो आपको भारत के गृहमंत्राय एवम् विदेश मंत्रालय से अनुमति लेनी पड़ती है, जो राहुल ने नहीं ली है। क्यों नहीं ली थी, जब उसकी सरकार थी 2005 में तो इसका कारण है, जब ब्लैक मनी की बात हो तो कोई कैसे बताए?
3) इससे राहुल मजबूर होगा जवाब देने के लिए कि उसने वहां की नागरिकता ली थी। इस कारण से भारत के कानून के तहत यहां को नागरिकता स्वतः ही नष्ट हो जाती है।  
4) अब बात करते हैं वहां पर संपत्ति है तो सरकार से क्यों छुपाया गया? इसके पीछे क्या आशय था! और वहां पर कौनसा बिजनेस कर रहे थे? क्योंकि उनका जो ऑफिस है लदंन से 90 ाउ दूर एक ऐसे गांव में, जहां पर कोई नहीं रहता तो वहां पर क्यों ऑफिस ली?
5) समझो अगर ले भी ली बिजनेस के लिए तो फिर वह ऑफिस 2004 से बंद क्यों है और इनकमटैक्स जो उन्होंने ब्रिटेन में भरा था वह कैसे आया? यह प्रमाणित करता है उसकी बेनंबर की सम्पत्ति है वहां पर।
6) अगर सम्पत्ति को खो कर यहां पर सांसद बने रहने के लिए झूठ बोलते हैं कि उसकी नहीं है तो उन्हें प्रमाण देना पड़ेगा कि वह वहां का नागरिक नहीं है । तो वहां की संपति पर अपनी सरकार हक ले सकती है और जब्त कर सकती है क्योंकि उसमें राहुल गांधी का साइन है।
7) अगर वह साबित करे वह वहां का नागरिक है तो यहां की नागरिकता फेल होगी और इतने सालों से संसद एवम् जनता को और पूरे देश को धोका देने की एवज में सजा होगी और संसद की सदस्यता भी रद्द होगी। जेल जाना पड़ेगा यह अलग से।
8) यह सुब्रमण्यम स्वामी को भी करते हैं वह पूरी तैयारी के साथ करते हैं। वो वकील नहीं हैं फिर भी एक भी कैस नहीं हारे हैं। वो पूरे प्रमाण के साथ ही कोई दांव खेलते हैं। इसलिए उन्होंने जो दांव खेला है, वह सभी तरह से घेरने के लिए है। अब राहुल के समक्ष एक तरफ खाई है और दूसरी तरफ कुआं|

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