सर्कुलेशन से बाहर किए जाने के बाद से अब तक Rs2000 के कुल नोटों में से 97 फीसदी से ज्यादा की वापसी हो चुकी है। तीन प्रतिशत लोग अभी भी कई करोड़ नोट दबा करके रखे हुए है।चलन से बाहर किए गए 2000 रुपये के नोटों की वापसी का डाटा शेयर करते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा इस मूल्य के 97.96 फीसदी नोट बैंकों के पास वापस आ चुके हैं, लेकिन अभी भी लोग 7,261 करोड़ रुपये मूल्य के ये गुलाबी नोट अपने पास दबाए बैठे हैं।
बीते 1 जुलाई 2024 को भारतीय रिजर्व बैंक ने जो आंकड़े शेयर किए थे, उनके मुताबिक 7581 करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट बाजार में बचे हुए थे, जबकि 1 सितंबर तक भी ये आंकड़ा 7000 करोड़ से नीचे नहीं आ सकता है। इन दो महीने में महज 320 करोड़ मूल्य के नोटों की वापसी हो सकी है जबकि बीते साल जब मई महीने में जब ये नोट बंद किए गए थे, तब बाजार में 3.56 लाख करोड़ रुपये से मूल्य गुलाबी नोट मौजूद थे, तो 29 दिसंबर 2023 तक घटकर 9,330 करोड़ रुपये रह गए थे।
RBI ने क्लीन नोट पॉलिसी के तहत 19 मई 2023 को देश के सर्कुलेशन में मौजूद सबसे ज्यादा मूल्य के इस 2000 रुपये के नोट को वापस लेने का ऐलान किया था।इसके बाद केंद्रीय बैंक ने स्थानीय बैंकों और 19 आरबीआई क्षेत्रीय कार्यालयों में इन नोटों को वापस करने और बदलवाने के लिए 23 मई से लेकर 30 सितंबर 2023 तक का समय दिया था। हालांकि, इसके बाद इस डेड लाइन को लगातार बढ़ाया जाता रहा।बता दें कि इन नोटों को अभी भी बदला जा सकता है, हालांकि स्थानीय बैंकों में ये काम नहीं हो पाएगा।
केंद्रीय बैंक ने साफ किया है कि सर्कुलेशन से बाहर किए गए इन गुलाबी नोटों को 19 RBI Offices, जो कि अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना और तिरुवनंतपुरम में हैं, उनमें जाने के अलावा जनता अपने नजदीकी किसी भी डाकघर के जरिए इंडिया पोस्ट के माध्यम से भी ये नोट जमा करा सकते है।केंद्रीय बैंक ने 2,000 रुपये मूल्य वर्ग के बैंक नोट नवंबर 2016 में तब पेश किए गए थे, जब सरकार ने चलन में मौजूद 5,00 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने का फैसला सुनाया था। इसके बाद अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने के बाद 2,000 रुपये के बैंक नोट शुरू करने का उद्देश्य पूरा हो गया। आरबीआई ने कहा कि इसलिए, 2018-19 में 2,000 रुपये के बैंक नोटों की छपाई बंद कर दी गई।
फिलहाल अभी समय है देर आए दुरुस्त आए की कहावत को चरित्रार्थ करते हुए लोगों को चाहिए की 2000 के नोट तत्काल बदल ले। अन्यथा बाद में दिक्कत हो सकती है।