जम्मू कश्मीर में रोशनी विधेयक रद्द!

अच्छी शुरूआत का समय तो आया आज समय का खेल देखिये, हिन्दुओं, कैसे अब्दुल ने पड़ोसी हिन्दू को मार-भगाकर उसकी जमीन, मकान पर कब्जा जमा लिया १९९० में!उसे वापस उन्हीं हाथों में देने की तैयारी हो रही है जिसे उसने छीन लिया गया था।  जिसे लेकर कब्जाई जमीन पर उससमय कथित शांतिदूतों के नाम करने का षड्यंत्र रचा गया! बिजली कनेक्शन देने की आड़ लेकर, एक रोशनी एक्ट बनाया उस समय की तत्कालिक प्रदेश सरकार के मुखिया फारुख अब्दुल्ला सरकार ने!कब्जाई हिन्दूभूमि को मुस्लिम के नाम करने की फीस रखी गई मात्र १०१ रुपए!१०१ रुपये जमा करने मात्र से राशि जमा करने वाले के नाम वो जमीन का मालिकाना हक रोशनी एक्ट के अंतरगत पट्टा जारी कर दिया जाता, और फिर उस पर बिजली कनेक्शन देकर उस हिन्दूभूमि को सदा के लिए मुसलमान के नाम कर दिया गया!

१९९० की कत्ल वाली रात के पश्चात, जो जमीन जिसके कब्जे में थी, उसे रोशनी एक्ट द्वारा उसका मालिक बनाने का कानून फारुख अब्दुल्ला ने बनाया!१९९० के बाद से मुसलमानों के नाम की गई हिन्दूभूमि के कागजात, जो कि रोशनी एक्ट द्वारा जारी किए गए थे, उन्हें रद्द किया जा रहा है और उसके असली स्वामी हिन्दू को ढूंढा जा रहा है!जम्मू-काश्मीर में हिन्दुओ के अच्छे दिनों को आरंभ हुआ। इंच इंच हिन्दूभूमि पुनः काश्मीरी हिन्दुओं को दिलाने के लिए संघर्ष करता हिन्दुराज की षुरूआत हो चुकी है। हिन्दू पंडितों को मार-भगाकर काश्मीर में मुस्लिमों द्वारा कब्जा की गई हिन्दूभूमि को मात्र १०१ में मुसलमानों के नाम करने के लिए फारुख अब्दुल्ला के द्वारा बनाये गए रोशनी एक्ट को अब रद्द कर दिया है!साथ ही २००१ में काश्मीर में मुस्लिम नेताओं व उनके रिश्तेदारों के नाम बंदरबांट द्वारा रोशनी एक्ट द्वारा कब्जाई हिन्दूभूमि के सारे रिकॉर्ड को भी खंगालने के आदेश जारी किए गए हैं! जो भागते हिन्दुओं के बंगले, कोठियां, कारखाने, उद्योग, बाग बगीचे, केशर के बागान मुसलमानों ने कब्जा कर लिए थे!

उन हिन्दूभूमि को आतंकी मुस्लिमों व उनके रिश्तेदारों के नाम करने के लिए रोशनी एक्ट जो कि क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति के लिए तैयार किया गया था, उसकी आड़ में बिजली कनेक्शन देने के लिए केवल १०१ में कब्जा जमीनों व बागानों, बंगलों, अन्य हिन्दूभूमि को मुस्लिमों के नाम पर पट्टा जारी कर दिया गया!काश्मीर को हिन्दुविहीन करने के षड्यंत्र में फारुख अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती दोनों के पिता की मुख्य भूमिकायें थी!इन्होंने भी अकूत हिन्दूभूमि अपने व अपने रिश्तेदारों के नाम रोशनी एक्ट द्वारा पट्टा जारी करते हुए कब्जाई! जिसे अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेशों से रोशनी एक्ट रद्द कर दिया गया है, और १९९० के बाद में जो भी सम्पति मुसलमानों के नाम की गई थी, 

सब की जांच आरभ करने का मार्ग खोल दिया है! इस्लामिक आतंकवाद की असली जड़ पर चोट कर दिए हैं! इसी काश्मीर से संविधान की आड़ लेकर, हिन्दुओं के विरुद्ध आधुनिक गजवा-ए-हिन्द का षड्यंत्र फारुख अब्दुल्ला और मुफ्ती मोहम्मद सईद के द्वारा आरंभ किया गया था! जिसको रोशनी एक्ट बनाकर, काश्मीर में से हिन्दुविहीन करने का सफल षड्यंत्र रचा! उस राजनीतिक आतंकवादियों के बूरे दिन आरंभ हुए हैं!

अब बात कुछ मूर्खों की तो उनको तो स्वयं के जागरूक नागरिक होने का सार्वजनिक प्रमाण पत्र लेने की इतनी हड़बड़ाहट लगी रहती है, कि देश में कहीं पर भी किसी सेकुलर हिन्दू के साथ कुछ घटना घटित हुई नहीं, कि लग गए मोदी को गालियां देने! तरह – तरह के सुझावों की झड़ी लगा देते हैं, कि मोदी तो विश्वास जीतने में लग गया है, मोदी ने तो हिन्दुओं के लिए क्या किया है? ऐसे कुठित मानसिकता के शिकार अत्यंत बुद्धिजीवी वर्ग के तथाकथित जागरूक हिन्दुओं को कहना चाहता हूँ कि ७२ वर्षों में जितना षड्यंत्र हिन्दुओं के विरुद्ध कांग्रेस के ईसाई व मुस्लिम नेतृत्व ने किया है, 

 अगर आपको ये लगता है कि मोदी के अच्छे निर्णयों पर कुछ लिखने मात्र से आपके पाप क्षीण हो गए हैं, तो ये आपकी गलतफहमी ही है!बुद्धिमान व्यक्ति के तमगे लगाए आप लोग असल में जागते हिन्दुओं को पथभ्रष्ट करने का अनदेखा पाप कर रहे हो!राजनीतिक धर्म युद्ध में कोई निष्पक्ष नहीं होता और करोड़ों हिन्दू मोदी के पक्ष में! अब आप ही तय करिए कि आप किस पक्ष के साथ हो! आपके व्यवहार से किसे अधिक लाभ होता है? मोदी को या विपक्ष को? स्वयं आंकलन करिए व अपनी कलम की दिशा धर्मरक्षार्थ गुप्त व दृश्यतामक निर्णय लेने वाले नरेंद्र मोदी के पक्ष में शाब्दिक करें मोदी-विरोधी पृष्ठभूमि के भंवरजाल में फंसे हिन्दुओं को बाहर निकल आने में साक्षी बनें!

Leave a Reply