मिशन स्वच्छ भारत का पर्यटन क्षेत्र पर प्रभाव

आइये देखते हैं कि स्वच्छ भारत अभियान का पर्यटन क्षेत्र पर कैसा प्रभाव रहा है।

स्वच्छ भारत अभियान का शुभारम्भ भारत सरकार द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 145 वी वर्षगांठ के अवसर पर दिनांक 02.10.2014 को किया गया था। इस अभियान का उददेश्य महात्मा गांधी की 150 वी वर्षगांठ अर्थात दिनांक 02.10.2019 तक स्वच्छ भारत का निर्माण किया जाना है। भारत सरकार द्वारा इस अभियान के लिये लगभग 62009 करोड़ रू0 का बजट निर्धारित कर अभियान को सफल बनाने हेतु आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित की गयी है।

इस अभियान से पर्यटन के क्षेत्र में भारी बदलाव हुआ है। देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या में विगत वर्ष लगभग 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भारत में पर्यटन की अपार संभावनाऐं है। जो विदेशी पर्यटक, भारत में आते है, वो यहाँ के पर्यटन स्थलों की गंदगी देखकर भारत के प्रति अच्छी छवि लेकर नही लौटते थे। वैश्विक पर्यटकों के आगमन की दृष्टि से वर्ष 2014 तक भारत 42 वें पायदान में था जब कि आज भारत अपने रैंकिंग सुधार कर 25 वें स्थान पर पहुँच चुका है। इसी प्रकार वर्ष 2014 तक विश्व का मात्र 0.68 प्रतिशत पर्यटक भारत आता था जो कि आज बढ़कर 1.12 प्रतिशत हो चुका है, तथा भविष्य में यह आंकड़ा और भी बढ़ना निश्चित है।

आज विश्व मानचित्र में भारत एक प्रमुख धार्मिक, मेडिकल और ऐतिहासिक पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है। पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें सुधार होने पर देश की आर्थिक व्यवस्था तो मजबूत होती ही है साथ ही साथ रोजगार के क्षेत्र में भी पर्यटन का महत्वपूर्ण योगदान है। भारत में आज पर्यटन 15.4 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। पर्यटन क्षेत्र में हो रही वृद्धि के लिये स्वच्छ भारत अभियान मुख्य कारक है। अपनी धरोहर को सजो कर रखना प्रत्येक राष्ट्र और राष्ट्रिक का कर्तव्य होना चाहिए। अपने प्रमुख पर्यटन स्थलांे को स्वच्छ व संरक्षित रखने से हम भविष्य में और अधिक पर्यटको को आकर्षित करेगें।

विगत 04 वर्षो में ही भारी बदलाव देखने को मिल रहा है। भारत को यदि विकसित देशों की पंक्ति में खड़ा होना है तो हमंे दैनिक व्यवहार में बदलाव लाकर अपने घर, सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ बनाना ही होगा। स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले भारतीय शहरों की रेटिंग किये जाने से भी पर्यटन के क्षेत्र में सुधार हुआ है। आपने देखा होगा भीषण गंदगी के कारण भारतीय महानगरों में जब कोई संक्रामक बीमारी फैलने का समाचार प्रसारित होता है तो पर्यटन पर इसका कितना दुष्प्रभाव पड़ता है यह हम विगत घटनाओं में देख चुके है। स्पष्ट है कि जहां एक ओर साफ-सुथरे शहर व पर्यटन स्थल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं वहीं दूसरी ओर गंदगी वाले शहर, पर्यटक स्थल संक्रामक रोंगों को आमंत्रित करने साथ-साथ पर्यटन व्यवसाय को भी भारी क्षति पहुंचाते है। विदेशी पर्यटकों के आवागमन से देश की छवि भी प्रभावित होती है। इस कारण स्वच्छता का पर्यटन बढ़ाने व देश की छवि सुधारने में अहम योगदान है। उम्मीद करता हूँ की देश के सभी नागरिक मिशन स्वच्छ भारत को अपना कर्त्तव्य समझ कर इसके प्रति अपना योगदान देंगे।
जय हिन्द जय भारत।

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